tag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post7471743672906703367..comments2023-05-19T18:00:16.311+05:30Comments on धनात्मक चिन्तन: किशोर अजवानी को "खामख्वाह" लिखी बात का जवाब दूं ???:- उम्दा सोचउम्दा सोचhttp://www.blogger.com/profile/08616299859031751426noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-26822342511565914462010-02-19T13:54:52.330+05:302010-02-19T13:54:52.330+05:30उम्दा सोच !उम्दा सोच !RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-19745450934477242852010-02-17T22:28:38.698+05:302010-02-17T22:28:38.698+05:30आदरणीय सुरेश जी,
सेकुलरों के लिए क्या इतनी गंदी ज़ब...आदरणीय सुरेश जी,<br />सेकुलरों के लिए क्या इतनी गंदी ज़बान का इस्तेमाल किया जाना ज़रूरी है ?<br />खै़र ....हटाइए हम तो दोस्त हैं जी आपके, इसलिए कुछ न कहेंगे। बस इतना ही के आपके शानदार लेखन को "जुलाब" जैसी कुमुक की ज़रूरत नहीं।<br />जय विघ्नेश्वर।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-46537841635950934202010-02-17T21:47:45.463+05:302010-02-17T21:47:45.463+05:30ए भैया फिर ब्लॉग पर हिन्दू-मुस्लिम दंगा न करवाना य...ए भैया फिर ब्लॉग पर हिन्दू-मुस्लिम दंगा न करवाना यार। बड़ी मुश्किल से बंद हुआ है।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-51682249884351896942010-02-17T20:28:22.732+05:302010-02-17T20:28:22.732+05:30साथी पीछे नहीं पड़ा किसी के बस प्रयास है एहसास दिल...साथी पीछे नहीं पड़ा किसी के बस प्रयास है एहसास दिलाने का की ये ब्लॉग की दुनिया मीडिया की तरह एकतरफा माध्यम नहीं है की जो मन में आया बिना विवेचना बक दिया और प्रतिफल में सुनना नहीं पड़ा !<br />यहाँ किसी का रुतबा और स्टारडम भौकाल नहीं चलता , न यहाँ चैनल के अन्दर की तरह वर्चस्व वाली गुटबाजी ही चलती है ! <br /><br />जैसा लिखोगे बेबाक जवाब मिलेगा ! इसलिए ज़िम्मेदार व्यक्तित्व हो तो जिम्मेदाराना व्यवहार करो - " तोल मोल फिर बोल "!!!उम्दा सोचhttps://www.blogger.com/profile/08616299859031751426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-50966989214129375612010-02-17T19:45:41.290+05:302010-02-17T19:45:41.290+05:30अरे! भई....क्या हुआ? क्यूँ किशोर जी के पीछे पड़ गए...अरे! भई....क्या हुआ? क्यूँ किशोर जी के पीछे पड़ गए भाई....?डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-29262384273577052852010-02-17T18:44:18.427+05:302010-02-17T18:44:18.427+05:30जबरदस्त लिखा!
बधाई!!जबरदस्त लिखा!<br /><br />बधाई!!Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-2039281516293459212010-02-17T16:45:35.423+05:302010-02-17T16:45:35.423+05:30Aapki bebak shaili ne kuchh bhi kahne ke liye nahi...Aapki bebak shaili ne kuchh bhi kahne ke liye nahi chhoda.Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-61255177095093509212010-02-17T15:40:59.953+05:302010-02-17T15:40:59.953+05:30सुरेश भाई अच्छा है आप ने "बूते वूते" की ...सुरेश भाई अच्छा है आप ने "बूते वूते" की बात नहीं की नहीं तो भाइयो को बुरा लग जाता!<br /><br />जवाब सदा सच के पास होता है जो सच्चा होगा वो ही न जवाब दे पायेगा , लफ्फाज ब्लॉग की दुनिया में सिर्फ पोस्ट चढ़ाते है,या झोले बेचते है !उम्दा सोचhttps://www.blogger.com/profile/08616299859031751426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-84417063600424714712010-02-17T14:36:31.752+05:302010-02-17T14:36:31.752+05:30सुपर-डुपर हिट… जो सवाल आपने उठाये हैं, वह सेकुलरों...सुपर-डुपर हिट… जो सवाल आपने उठाये हैं, वह सेकुलरों के लिये जुलाब की गोली का काम करेंगे… <br /><br />1) क्यों जामिया के पास में जब आतंकियों से मुठभेड़ होती है तो पुलिस बल पर पत्थर फेके जाते है ??<br />2) आजादी के साठ साल बाद वो कौन नए मुसलमान आ गए और किस नए कुरआन को पढ़ कर आ गए जो उन्हें वंदेमातरम पर ऐतराज़ हो गया साठ साल तक जो गाये थे वो अब मुसलमान नहीं है क्या ???<br /><br />ऐसे सवालों के कोई जवाब नहीं है उनके पास, सिर्फ़ पाकिस्तान से बात कर लो, आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, जैसी लफ़्फ़ाजियाँ हंकवा लो उनसे…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5980610624154581553.post-60475149980272338762010-02-17T02:50:45.877+05:302010-02-17T02:50:45.877+05:30बहुत बदिया प्रस्तुतिबहुत बदिया प्रस्तुतिdr amit jainhttps://www.blogger.com/profile/05568646394497826829noreply@blogger.com